कल भी और हमेशा हमेशा करता सिर्फ तुम्हारा इंतज़ार। कल भी और हमेशा हमेशा करता सिर्फ तुम्हारा इंतज़ार।
ये मेरे लिए सबक है और उससे ज्यादा सीख है। ये मेरे लिए सबक है और उससे ज्यादा सीख है।
निशुल्क, बिना किसी सम्मान पत्र की अपेक्षा किये। निशुल्क, बिना किसी सम्मान पत्र की अपेक्षा किये।
तो कभी 'कुछ सुनो' से कैफियत कहने की चाह रख रहा हो..... तो कभी 'कुछ सुनो' से कैफियत कहने की चाह रख रहा हो.....
लेखक : ह्यू लॉफ्टिंग स्वैर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास चूहे क्यों भाग गए? लेखक : ह्यू लॉफ्टिंग स्वैर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास चूहे क्यों भाग ग...
आज अपनों के बीच था तपन और अपने सौभाग्य पर उसे यकीन नहीं हो रहा था! किन्तु.....किन्तु ये लोग.... उसे... आज अपनों के बीच था तपन और अपने सौभाग्य पर उसे यकीन नहीं हो रहा था! किन्तु.....क...